सेवेन सिस्टर्स में से एक सिक्किमहिमालय में बस एक छोटा सा राज्य हैजहांघूमने के लिए डॉन मनमोहन जगह है। यहां की राजधानी गंगटोक है जहां आप अनेक झरनों से लेकर मॉनेस्ट्री और यहां के लोकल फूड को टेस्ट सकते हैं साथ ही आप यहां के लोकल मार्केट में शॉपिंग भी कर सकते हैं।
1. Gangtok
गंगटोक सिक्किम की राजधानी हैऔर यहांघूमने के लिए हनी कोगार्डन, मॉनेस्ट्रीऔर सुंदर पहाड़ों सेघेरा हुआ दृश्य आपको देखने को मिलता है।
गंगटोक से महेश 3 किलोमीटर दुख की दूरी पर भक्तों वॉटरफॉल स्थित है जहां हर टूरिस्ट जाना जरूर चाहता है।
यह एक ऐसी जगह हैजहां से आप गंगटोक के आसपासस्थित पहाड़ को चारों ओर देख सकते हैं, कई पहाड़ आपको बर्फ से ढके देखने को मिल सकते हैं ।
तीसरा स्थान है गणेश तलक जो की एक प्राचीनगणेश भगवान का मंदिर है यहां से भी आप गंगटोक शहर का मनमोहक दृश्य देख सकते हैं।
इंच मॉनेस्ट्री में आप लगभग 90मोंक रहते हैंयहां पर पर्यटकढेर सारे बुद्ध धर्म के चीजों को देख सकते हैं और तिब्बती कलर को भी समझ सकते हैं। साथ ही बन जाकिर वॉटरफॉल आप रोपवे की सहायता से पहुंच सकते हैं जो की एक 70 फीट चौड़ा वॉटरफॉल है और यह गाने पेड़ पौधों से घिरा हुआ है।
2. Tsomgo Lake
गंगटोक से लगभग 40 किलोमीटर दूर यह तालाब ग्लेशियल तालाब हैजो की ठंड के मौसम में पूरी तरह से जम जाता है। बुद्धिस्ट लोगों के लिए तालाब काफी मायने रखता है। यह 836 मीटर लंबा और लगभग आधा किलोमीटर चौड़ा तालाब है। आपके तालाब कोबड़े-बड़े पहाड़ों में घेर रखा है जिस पर बर्फ जमी रहती हैऔर गर्मी के दिनों में पिघलने से तालाब में पानी भरता है। ठंड के दिन बीत जाने पर तालाब के किनारेखूब सारे सुंदर फूल भी खिल जाते हैं जिससेयह दृश्य और भी मनमोहन लगता है।
यहां आने के लिए भारतीय पर्यटकों को भी परमिट की जरूरत पड़ती है और विदेशी पर्यटकों कोस्पेशल परमिट लेने की आवश्यकता होती है। तालाब के किनारे आप एक और घोड़े की सवारी भी ले सकते हैं।
3. Nathu La Pass
लगभग 14000 फीट ऊंचाई पर स्थित नाथुला दर्रापर्यटकों के लिएएक आकर्षक जगह हैजहां आपको साल के ज्यादा महीना मेंबर्फ देखने को मिलती है। या पास से भारत और चीन के बीच व्यापार भीहोता हैहालांकि बीच-बीच में ऐसे बंद कर दिया जाता है जब चीन आक्रामक रवैया दिखता है।
भारतीयों के लिए यहां पहुंचने के लिए स्पेशल परमिट की जरूरत पड़ती है वहीं विदेशी परीपर्यटक यहां नहीं आ सकते हैं।
पर्यटकों के लिए यह पास साल के मंत्र 7 से 8 महीने खुला रहता है और तब भी यहां कुछ सीमित गाड़ियों को ही रोजाना जाने का अनुमति मिलती है। गंगटोक से यहां पहुंचने तक का सफर बहुत ही मनमोहकऔर आपबर्फी ले पहाड़ों के बीच से होते हुएपतली सड़क से यहां पहुंचते हैं।
नाथुला पास के नजदीक पहुंचने पर कर पार्किंग में गाड़ी खड़ी करनी पड़ती है और फिरऊपर आप जा सकते हैं, सुरक्षा कर्म के वजह से ऊपर फोन या कैमरा से किसी भी प्रकार का रिकॉर्डिंग या फोटो खींचना सख्त मना है।
कितनी ऊंचाई में होने के कारण यहां प्रेग्नेंट औरत हो, 5 साल से नीचे बच्चे और बुजुर्ग कोजानामना किया जाता हैक्योंकि ऊपर यहां हवा काफी पतली है और इन लोगों कोकाफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
4. Gurudongmar Lake
उत्तर सिक्किम में स्थित 17000 फीट की ऊंचाई पर गुरु डोंगर लेके एक और बहुत ही लोकप्रिय पर्यटकस्थल हैजहां पर पहुंचने के लिए आपको लचन से थंगू वाली होकर यहां आना पड़ता है।
यह तालाबबर्फीले पहाड़ों से गिरा हुआ है और ठंड के दिनों में पूरी तरह से जम जाता है शिवाय एक जगह के जिसका कारण हैं सिख गुरु नानक देव जी का ।
चीन सीमा के नजदीक होने का कारणयहां भारतीयों को स्पेशल परमिट लेने की आवश्यकता पड़ती हैउसके बाद ही आप यहांघूमने आ सकते हैं । गंगटोक से सीधे आप यहां नहीं पहुंच सकते हैं क्योंकि यह जगह काफी दूर है औ रशाम को आपको lachen में रुकना पड़ेगा फिर अगले दिनसुबह लचन से आप यहां आ सकते हैं।
यह तालाब बुद्धिस्ट, हिंदू और सिखों के लिए काफी पवित्र माना जाता है।
5. Pelling
Pelling पश्चिम सिक्किम में स्थित एक छोटा सा टाउन है जो की गंगटोक से लगभग 130 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां पहुंचने तक का सफर बहुत ही मनमोहक होता हैजहां आप घुमावदार रोड से होकर ऊंची पहाड़ियों के बीच हरे भरे पेड़ पौधे से घिरे घाटीऔर अनु कुदरत के अद्भुत नजारे देख सकते हैं ।
यहां पहुंचने के बाद आप पेमंग्यांची मॉनेस्ट्री भी देख सकते हैं । स्टॉपयहां आपको माउंटेनबाइकिंग, हिल क्लाइंबिंग, मेडिटेशन और बहुत सारे ट्रैकिंग के विकल्प उपलब्ध होते हैं ।
यहां पहुंच कर आप पश्चिम से किंग के एंड टूरिस्ट स्पॉट्स भी आसानी से घूम सकते हैं। स्पेलिंग में आपको हर बजट के होटल और रिसॉर्टमिलेंगे जहां आप रुक सकते हैं और कंचनडोंगा पिक समेत अन माउंटेंस को यहां से देख सकते हैं।
6. Tathagata Tsal
रवांग्ला का बुद्धिस्ट पार्क जिसे तथाग्रस्त स्थल से भी जाना जाता है यहांलॉर्ड बुद्ध का 130 फीट ऊंचा प्रतिमामौजूद है जिसे देखने के लिए पर्यटक भारी मात्रा में यहां पहुंचते हैं। नजदीकी मौजूद है रावण गोम्पा मॉनेस्ट्री और रलांग मॉनेस्ट्री।
लॉर्ड बुद्ध का यह प्रतिमा उनके 2550 में बर्थ एनिवर्सरी के अवसर पर यहां स्थापित किया गया था जिसके आसपास यह सुंदर पार्क का भी निर्माण किया गया है।
सर्दी के दिनों में यहां अगर आप आते हैं तो बर्फ से भरे पर्वत आपको बुद्ध केपीछे देखने को मिलेंगे वहीं पार्क में मनमोहन फूल से भरे बगीचे यहां दिखते हैं।
यहां की एंट्री फी ₹50 रखी गई है और यह सुबह 9:00 बजे से शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है।
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