इंदौर शहर जो कि मध्य प्रदेश का सबसे घनी आबादी वाला शहर भी है यह मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 190 किलोमीटर दूर स्थित है। यह शहर मेंबहुत सारेशासनिक संस्थान है उसके साथ ही मध्य प्रदेश का सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर भी है ।
कैसे कई सालों से यह शहर लगातार भारत का सबसे साफ शहर का दर्जा हासिल करके आया हैऔर इसके लिए शहर के अंदरम्युनिसिपल कॉरपोरेशनबहुत ही अच्छे ढंग से कूड़े का उठाओ और उसका मैनेजमेंट करता है।
यहां घूमने के लिए कई सारे पार्क, मंदिर, जू और ऐतिहासिक पैलेस शामिल है ।
1. Lalbaag Palace
इंदौर शहर होलकर डायनेस्टी की राजधानी रह चुकी है इसीलिए यहां यहलाल बाग पैलेस बनाया गया था जो कि लगभग 76 एकड़ में फैला हुआ है। 1978 तक यहां होलकर परिवार रहा करता था इसके बाद राज्य सरकार इसको अपने अधिकार में ले लिएऔर अब यह सरकार देख रेख करती है।
राज्य सरकार इसे 1980 के दौर मेंलगभग86 लख रुपए में खरीदी थी उसके पहलेयहां से काफी आंटी चीज चोरी हो रहे थे और पैलेस की दुर्दशा काफी खराब हो चुकी थी।
अब यह पैलेस म्यूजियम में तब्दील हो चुका है और इसके अंदर अभी भी 45 कमरे मौजूद है।
नागरिकों के लिए प्रवेश शुल्क मात्र ₹20 है वही फॉरेन टूरिस्ट के लिए प्रवेश शुल्क ₹400 है । अंदर फोटोग्राफी सख्त मना है और बाहर से फोटो खींचने पर आपको ₹270 देने होंगे वहीं वीडियो ग्राफी के लिए 420 रुपए देने होंगे।
2. Rajwada Indore
रजवाड़ा इंदौर होलकर डायनेस्टी का एक और महल है जो की सात मंजिला का है। इसे होलकर परिवार ने लगभग 200 वर्ष पहले बनवाया था और इंदौर का सबसे पुराने इमारत में से एक है। पैलेस के बाहर हीएक सुंदर बगीचा साथ ही झरना और कई फव्वारे यहां मौजूद है ।
नीचे का तीन तलाक पत्थर से बना है वहीं ऊपरी तले लकड़ी से बने हैं जिसकी वजह से इस पैलेस के ऊपरी हिस्से में कई बार आग लग चुके हैं और पीछे का हिस्सा पूरी तरह से बर्बाद भी हो चुका है अभी पैलेस का बस आगे का हिस्सा ठीक से मौजूद है। इस हाल ही में रिनोवेट भी किया गया है जिसके बाद कुछ हद तक पैलेस कापुराना रंग रूप लौट चुका है ।
स्पेनिश के अंदर हर शाम सोमवार को छोड़कर संध्या 6:30 बजे लाइट शो काप्रसारण किया जाता हैजिसकी मदद से आप पैलेस का पुराना इतिहास जान सकते हैं।
3. Kanch Mandir
कांच मंदिर इंदौर में सर हुकुमचंद जैन ने 1903 में बनवाना शुरू किया था जब उन्होंने अपने लिए एकबांग्लाबनवाया उसके नजदीकी यह कांच का मंदिरभी बनवाया जिससे मध्य कल के स्टाइल में बनाया गया है ।
मंदिर के अंदर का हिस्सा पूरा कांच और मोजैक से ढका हुआ है जिसमें मंदिर का फर्श, सीलिंग, पिलर और दीवार भी शामिल है ।
इस मंदिर को जयपुर के कारीगर के साथ-साथ विदेशी कारीगर जो की ईरान से थे, उन्होंने भीजहां काम करके इसे बनया है ।
मंदिर के गरीब घर में आपको जैन तीर्थंकर के मूर्ति मिलेंगे जो कीसाइड में कांच के मौजूदगी के वजह से आपको कई बार इनके इमेज दिखाई देंगे ।
फोटोग्राफी तो अंदर मंदिर के मना है पर आप अंदर सुकून का अनुभव और बेहतरीन करागिरी का करिश्मा देख सकते हैं।
4. Janapav
यह एक पहाड़ पर स्थित है और इसकी ऊंचाई 845 मीटर है, माना जाता है भगवान परशुराम जो श्री विष्णु के अवतार हैं का जन्म यहीं पर हुआ था । हर कार्तिक पूर्णिमा को यहां पर मिला भी लगता है।
पहाड़ी के ऊपरएक आश्रम मौजूद है और साथ हीलगभग 12 नदियों का उत्पन्न स्थान यही पहाड़ी से होता है जिसमें चंबल और सरस्वती भी शामिल है ।
भारी मात्रा मेंपर्यटक और श्रद्धालु यहां पर आते हैं इस वजह से 2008 में मध्य प्रदेश सरकार नेपहाड़ी के शिखर तक जाने के लिए एक सड़क बनवाया साथ ही बिजली और जल की सुविधा भी दी।
इंदौर शहर से यह 45 किलोमीटर दूरी पर स्थित है और रोड से आसानी से यहां तक पहुंचा जा सकता है ।
धार्मिक स्थल के साथ-साथ यह साइकलिंग और ट्रैकिंग स्पॉट भी है जिसकी वजह से कई लोग यहां आते हैं।
5. Sarafa Bazaar
इंदौर में आप आते हो तो यहां के सराफा बाजार में आना तो जरूर बनता है। यह एक नाइट मार्केट है जिसका चक्र चौहान सूर्य डालने के बाद दिखता है। यहां आपको एक से बढ़कर एक स्ट्रीट फूड से लेकर शॉपिंग के कई प्रकार के दुकानदिखेंगे जहां से आप कपड़े के साथ-साथ ज्वेलरी और उन वस्तु खरीद सकते हैं।
6. Khajrana Ganesh Mandir
इंदौर में आकर आप बप्पा के इस मंदिर में जरूर जाइए जो की एक बहुत ही प्राचीन मंदिर है जिससे मराठा रानी अहिल्याबाई होल्कर ने बनाया था ।
और रविवार को आपको खास भीड़ इस मंदिर में दिखाई देगी।
औरंगजेब नेभारत के बाकी मंदिरों की तरह भी यहां के मंदिर और मूर्ति को भी तोड़ने की कोशिश की थी पर यहां की लोगों ने मूर्ति को कुएं में छुपा दिया था 19 और 1735 में मूर्ति को निकाल करमंदिर का निर्माण किया गया था ।
बीते कुछ वर्षों में मंदिर का मरम्मत अच्छी ढंग से कराया गया है और आप यह इंदौर का सबसे प्रमुख मंदिरों में शामिल है, जिसमें अंदर की कई दीवारें चांदी से बनी है साथ ही देवताओं की आंखहीरे सेबना हुआ है।
यहां आने वाले भक्त की सारी मनोकामनाएं पूरी होती है ऐसा यहां के लोगों का मानना है और इसीलिए भारी मात्रा में टी सोना चांदी और चढ़ावा यहां हर रोज किया जाता है।
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